5 SIMPLE STATEMENTS ABOUT पारद शिवलिंग और स्फटिक शिवलिंग EXPLAINED

5 Simple Statements About पारद शिवलिंग और स्फटिक शिवलिंग Explained

5 Simple Statements About पारद शिवलिंग और स्फटिक शिवलिंग Explained

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साक्षात् शिव: पारद शिवलिंग को भगवान शिव का साक्षात् स्वरूप माना जाता है। इसकी पूजा करने से भगवान शिव की कृपा सीधे प्राप्त होती है।

कालरात्रि – क्लीं ऐं श्री कालिकायै नमः।।

पारद शिवलिंग मंत्र : पारद शिवलिंग की पूजा कैसे की जाती हे?

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उसके बाद आपको शिव जी की आरती करनी चाहिए और प्रसाद आदि लेना चाहिए।

पारद एक ऐसा शुद्ध पदार्थ माना गया है जो भगवान भोलेनाथ को अत्यंत प्रिय है। इसकी महिमा केवल शिवलिंग से ही नहीं बल्कि पारद के कई और अचूक प्रयोगों के द्वारा भी मानी गयी है।

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भांग, धतूरा और बेलपत्र शिवलिंग पर website अवश्य चढ़ाएं यह शिव को प्रिय है।

पारद शिवलिंग के स्पर्श करने मात्र से सकारात्मक ऊर्जा का शरीर में प्रवेश होता है और पुण्यफल की प्राप्ति होती है। शिवपुराण में बताया गया है कि अन्य शिवलिंगों के अपेक्षा पारद शिवलिंग की पूजा करने से हजार गुना फल मिलता है। बताया जाता है कि पारद की उत्पत्ति भगवान शिव के अंश से हुई थी और घर में इसको रखने पर भगवान शिव, माता लक्ष्मी और कुबेर देवता का स्थायी वास होता है।



पारदेश्वर मंदीर परभणी शहरात स्थित असून परभणी पासून सर्वात जवळचे विमानतळ नांदेड येथे आहे.

Just rub the lemon around the area of Parad shivling each alternate working day. It will eventually start out shining. Then clean up it having a drinking water and wipe it off with thoroughly clean cloth. Now it is able to worship or don. There'll be no markings remaining anyplace within the shivalingam or if worn in the body.

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